हमारे आस पास ऐसी कई घटनाएं दैनिक जीवन में होती है जिनके पीछे एक वैज्ञानिक कारण ( Scienctific Reason) होता है लेकिन लोग इससे अनजान होते हैं इसीलिए आज हम नई Searies इस ब्लॉग पर स्टार्ट करने जा रहे हैं जिसका नाम है साइंटिफिक फैक्ट(वैज्ञानिक तथ्य) जिसमें आप ऐसे ही कई घटनाओं के बारे में जान पाएंगे जिससे आप आज तक अनजान थे और हर एक आर्टिकल में जानने को मिलेगी एक Interesting Knowledge In Hindi तो आप Blog VisionHindi को Follow करना ना भूले!
साइंटफिक फैक्ट की श्रंखला में आज हम जानेंगे कि डबलरोटी और केक में छेद(Holes)क्यों होते हैं? (Why Are The Holes In Bread And Cake?) जो Fact आपको जरूर पसन्द आएंगे।
डबलरोटी और केक में छेद क्यों होते हैं?(Know Scientific Fact)
संसार के लगभग सभी देशों में डबल रोटी को एक प्रमुख खाद्य पदार्थ के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। अलग अलग देशों में डबल रोटी अलग-अलग पदार्थों से बनाई जाती है।
अधिकतर डबल रोटी गेहूं के आटे या मैदा से बनाई जाती है पर कुछ स्थानों पर यह चावल,आलू, मटर या जौ आदि के आटे से भी बनाई जाती है।
डबल रोटी बनाने कि शुरुआत ईसा से लगभग 3000 वर्ष पूर्व मिस्र में हुई थी।खमीर का आविष्कार भी वहीं हुआ था।
आजकल डबल रोटी के निर्माण में गेहूं से बनी मैदा को पानी के साथ गूंथ लिया जाता है।इसमें थोड़ा सा खमीर मिला लिया जाता है।
खमीर एक प्रकार का फफूंदी होता है। मैदा की गर्मी और नमी के कारण यह तेजी से बढ़ता है। इसके बढ़ने में कुछ गैस पैदा होती हैं और इसके बुलबुलों के कारण गूंथी हुई मैदा का आयतन भी बढ़ जाता है।
जब इसे गर्म भट्टियों में सेंका जाता है और ये गैस के बुलबुले फूट-फूटकर कर डबल रोटी में छोटे-छोटे छेद पैदा कर देते हैं। इसी खमीर के कारण डबल रोटी में गंध और स्वाद पैदा हो जाता है।
जबकि केक में टारटेरिक एसिड और सोडियम बाइकार्बोनेट का मिश्रण मिलाते हैं जिसे बेकिंग सोडा कहा जाता है। जब इन दोनों को मिलाकर आटे के साथ गीला करके पकाया जाता है तो कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकलती है। इसी गैस के बुलबुलों के फूटने से केक में छोटे-छोटे छेद हो जाते हैं।
Conclusion:- ऊपर दिए गए कारण के वजह से ही ब्रेड और केक के बीच मे होल्स पाए जाते है तो दोस्तो आप पर जानकारी कैसी लगी हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं और इस Blog को फॉलो करना ना भूलें और ऐसी ही इंटरेस्टिंग जानकारी के लिए भविष्य में हमारे साथ बने रहे।