आपने शरीर के तापमान या बुखार को मापने के लिए कभी थर्मामीटर का उपयोग किया हो।आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि “(थर्मामीटर) तापमापी क्या है?तापमापी के प्रकार कितने होते है?”।
(थर्मामीटर) तापमापी क्या है?
तापमापी ऐसा उपकरण है जो विभिन्न वस्तुओं से कुछ ऊष्मा अवशोषित उनके तापमान की जानकारी देता है।
तापमापी के प्रकार
तापमापी विभिन्न के होते हैं, जो इस प्रकार हैं;
द्रव तापमापी
- इनमें तापमान मापन हेतु द्रव के रूप में पारे / Hg / मर्करी का प्रयोग करते हैं क्योंकि इनमें ऊष्मीय प्रसार अधिक व समरूप होता है।
- ये त्रुटिरहित पाठ्य अंक देता है क्योंकि इसकी ऊष्मीय चालकता अधिक ऊष्मा धारिता कम होती है।
- Hg / पारा आधारित थर्मामीटर की परास / Range = -50℃ से 350℃ तक होती है।
- यदि इस थर्मामीटर में नलिका में पारे की ऊपर नाइट्रोजन गैस भर दें तो अब ये 550℃ तक पाठ्यांक देता है।
- यदि द्रव तापमापी में एल्कोहॉल का प्रयोग करें तो ये – 80℃ से 350℃ तक की परास / Range दर्शाता है।
गैस तापमापी
- इनमें थर्मामीटर / तापमापी गैसों जैसे H2 , He तथा N2 का प्रयोग करते हैं। गैसें द्रवों की तुलना में अधिक ऊष्मीय प्रसार दर्शाती है।
- H2 आधारित तापमापी की परास = -200℃ से 500℃
- He आधारित तापमापी की परास = -268℃ से 500℃
- N2 आधारित तापमापी की परास = -200℃ से 1500℃
◆गैस तापमापी नियत दाब पर या नियत आयतन पर आधारित होते है।
प्रतिरोध तापमापी / Resistance Thermometer
- प्रतिरोध तापमापी में अत्याधिक प्रतिरोध तथा उच्च प्रतिरोध ताप गुणांक होने के कारण प्लेटिनम का प्रयोग करते हैं।
- प्लैटिनम आधारित तापमापी की परास = -200℃ से 1200℃ होती है।
ताप युग्म आधारित तापमापी
- ये तापमापी सीबेक प्रभाव पर आधारित होता है, जिसमें अलग-2 तापयुग्म अलग -2 तापमापन की परास / Range दर्शाते हैं।
- Fe – Cu तापयुग्म = 0℃ से 260℃
- लोहा-कास्टेण्टन तापमान = 0℃ से 800℃
पायरोमीटर
- ये ऊष्मीय विकिरणों को अवशोषित कर तापमान की जानकारी देते हैं।
- इनका प्रयोग उच्च तापमान जैसे लगभग 6000℃ तक के तापमापन में किया जाता है।
NOTE –
→ वाष्पदाब आधारित तापमापी अत्यधिक कम तापमान के मापन में प्रयुक्त किए जाते हैं। इनकी परास = 07k से 120k तक।
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