समीक्षा अधिकारी कैसे बने? – (Syllabus, Fees, Exam Pattern)
आज हम इस पोस्ट में बात करेंगे कि समीक्षा अधिकारी क्या होता है? समीक्षा अधिकारी कैसे बने? अगर आप डिटेल में इंफॉर्मेशन चाहते हैं तो लास्ट तक इसे जरूर पढ़िएगा। तो चलिए जानते हैं-
समीक्षा अधिकारी कैसे बने? रिव्यु ऑफिसर का काम क्या होता है?
तो सबसे पहले जानते हैं कि रिव्यु ऑफिसर का काम क्या होता है यह कैबिनेट के लिए डिस्क्रिप्शन sheets, नोट्स/ रिपोर्ट, लिस्ट, स्कीम, प्लान, बजट प्रपोजल, समरी इन सभी चीजों को Prepare करते हैं।
इसका नोटिस यूपीपीएससी के द्वारा जारी किया जाता है जिसको हम पब्लिक सर्विस कमीशन के नाम से जानते हैं। यह हर साल आता है लेकिन यह जरूरी भी नहीं है कि आप को हर साल ही मिले लेकिन नियम ही है कि इसे हर साल आना चाहिए आपकी जॉइनिंग यूपीपीएससी द्वारा ही होती है।
और इसकी आपके एप्लीकेशन फीस – 125 rs. है।
जिसके द्वारा आप ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं।
एलिजिबिलिटी / योग्यता की बात की जाए तो
आपके पास बैचलर डिग्री होना जरूरी है आप किसी भी सब्जेक्ट में अंडर ग्रेजुएट हों।
कुछ पोस्ट के लिए
- O लेवल एग्जाम पास होना चाहिए।
- ग्रेजुएशन डिग्री विद कॉमर्स होनी चाहिए।
- हिंदी टाइपिंग 25 वर्ड पर मिनट होनी चाहिए।
- इंग्लिश टाइपिंग भी बिल्कुल वैसे ही होनी चाहिए।
अगर Age की बात करें तो
- मिनिमम 21 साल से मैक्सिमम 40 साल के बीच होना चाहिए।
- अगर आप sc/st, OBC है तो 40+ भी हो सकते हैं।
इसका जो ऑफिशियल वेबसाइट है – uppsc.up.nic.in
यहां से आप डिटेल इंफॉर्मेशन ले सकते हो और जब कभी भी नोटिफिकेशन जारी होता है तो यहां पर आकर फॉर्म को फिल कर सकते हो
Samiksha Adhikari सलेक्शन प्रोसेस
तो सिलेक्शन लेने के लिए आपको 2 परीक्षाओं से गुजरना पड़ेगा
- प्रीलिम्स
- मेंस
आपको इन दोनों को पहले क्रैक करना होगा उसके बाद ही आपको जॉब मिल सकती है।
समीक्षा अधिकारी Syllabus
जनरल स्टडीज का सिलेबस लगभग सामान्य होता है uppsc में Ro और ARO का same जनरल स्टडीज होता है तो इसमें आपको जो भी सिलेबस मिलेगा वह सब हाई स्कूल लेवल के पूछे जाएंगे –
- सामान्य विज्ञान
- भारत का इतिहास
- भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन
- भारतीय राज्य तंत्र, अर्थव्यवस्था एवं संस्कृति
- भारतीय कृषि वाणिज्य, व्यापार
- जनसंख्या, पर्यावरण एवं नगरीकरण (भारतीय परिप्रेक्ष्य )
- भारत व विश्व का भूगोल
- करंट अफेयर्स
- रिजनिंग
- उत्तर प्रदेश से संबंधित करंट अफेयर्स
तो इस तरह के क्वेश्चन आपको जनरल स्टडीज में दिए जाएंगे इसके लिए आपको इस सिलेबस से ही तैयार करना पड़ेगा।
जो सेकंड पेपर है वह है हिंदी
इसमें आपको बहुविकल्पी प्रश्न दिए जाते हैं जो कि 1 घंटे में करना होता है आप जानते ही हो कि हिंदी में समान शब्द ज्ञान और व्याकरण का क्वेश्चन दिया जाता है जैसे कि
- विलोम
- वाक्य व वर्तनी शुद्धि
- अनेक वाक्यों के एक शब्द
- तद्भव तत्सम
- विशेषण विशेष्य
- पर्यायवाची शब्द
यह सभी 10 शब्द के होते हैं और आपको इसका एग्जाम क्लियर करना होता है।
हम बात कर लेते हैं प्रीलिम्स एग्जाम पैटर्न की तो –
इसमें दो तरह के पेपर होते हैं एक जनरल स्टडीज, दूसरा जनरल हिंदी
1- जनरल स्टडीज में – आपको 140 क्वेश्चन मिलते हैं, इसमें 140 मार्क होता है, यह 2 घंटे में करना होता है।
2- जनरल हिंदी में – 60 क्वेश्चन होते हैं, जिसमें 60 मार्क मिलता है, यह भी आपको ,1 घंटे में करना होता है।
यह दोनों पेपर ऑब्जेक्टिव टाइप के होते हैं, 0.33 नेगेटिव मार्किंग होती है, दोनों ही ऑफलाइन एग्जाम होते हैं। इसके लिए आपको सेंटर दिए जाते है और आपको जाकर एग्जाम देना पड़ता हैं।
और अगर आप इस परीक्षा में पास होते हो तब जाकर आपको आगे मुख्य परीक्षा में बैठने का मौका मिलता है। मुख्य परीक्षा का जी एस का सिलेबस लगभग pre की तरह ही होता है बस यह थोड़ा और डीप हो जाता है जिसके लिए आपको थोड़ा और नॉलेज लेनी पड़ेगी।
जनरल स्टडीज में खंड 1 में
गद्यांश का शीर्षक, सारांश और रेखांकित अंशों की व्याख्या जो 21 नंबर का होता है।
किसी दिए गए सरकारी पत्र का सारणी रूप से लेखन यह 15 नंबर का होता है।
पत्राचार 24 नंबर का होता है।
- शासकीय, अर्ध शासकीय पत्र। कार्यालय ज्ञाप परिपत्र। विज्ञप्ति, टिप्पणी एवं प्रतिवेदन व अनुस्मारक
- परिभाषिक शब्दावली (वाणिज्यिक , वाणिज्यिक शब्दावली) अंग्रेजी से हिंदी 5 शब्द दिए जाते हैं जो 10 नंबर के होते हैं। हिंदी से अंग्रेजी 5 शब्द दिए जाते हैं जो 10 अंक के होते हैं। मुहावरे और लोकोक्तियां पांच नंबर के।
- कंप्यूटर ज्ञान 10 नंबर के।
खंड 2 में – सामान्य ज्ञान शब्द और व्याकरण की एग्जाम होती है, जो ऑब्जेक्टिव होता है। जिसमे
- विलोम होता है – 6 शब्द, 12 नंबर का।
- वाक्य एवं वर्तनी शुद्धि है – 6 शब्द का होता है जो 12 नंबर का होता है।
- अनेक शब्दों के लिए एक शब्द -6 शब्द का होता है जो 12 नंबर का होता है।
- विशेष एवं विशेषण – 6 शब्द का होता है 12 नंबर का।
- तद्भव तत्सम – 6 शब्द का होता है 12 नंबर का।
नेक्स्ट आता है मेंस एग्जाम पैटर्न –
इसमें तीन तरह के पेपर होते हैं जनरल स्टडीज, जनरल हिंदी, हिंदी एस्से
1- जनरल स्टडीज में – 120 क्वेश्चन होते हैं, जिसमें आपको 120 नंबर मिलते हैं और यह 2 घंटे का होता है।
2- जनरल हिंदी में – 160 क्वेश्चन होते हैं, जिसमें 160 नंबर मिलता है और यह पेपर 3 घंटे का होता है।
खंड 1 ढाई घंटे – बहुबिकल्पीय नही होता है – 100 नंबर के होते हैं।
खंड 2 आधा घंटा – ऑब्जेक्टिव होते हैं।
3- अब बात करते हैं हिंदी एस्से की तो – इसमें 3 क्वेश्चन होते हैं, जिसमें आपको 120 मार्क मिलता है और यहां पर 3 घंटे पेपर चलता है।
0.33 नेगेटिव मार्किंग होती है।
और यह भी ऑफलाइन एग्जाम होता है।
जब आपको जॉब मिल जाती है तो
RO (समीक्षा अधिकारी) की पे ग्रेड 4800 और ARO (सहायक समीक्षा अधिकारी) की पे ग्रेड 4200
तो लगभग लगभग देखा जाए तो RO और ARO की सैलरी 9300 लेकर 34800 तक होती है।
Conclusion समीक्षा अधिकारी कैसे बने? – (Syllabus, Fees, Exam Pattern)
यहां हमने आपको review officer kaise bane (समीक्षा अधिकारी कैसे बने? – (Syllabus, Fees, Exam Pattern)की पूरी जानकारी दी गई है। अगर आपको इससे रिलेटेड कोई सवाल या doubts है तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हो। इस तरह की किसी भी जानकारी के लिए हम से जुड़े रहिए और इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करना ना भूले।