आज इस आर्टिकल में हम “मनोविज्ञान की शाखाएँ / क्षेत्र ” के बारे में जानेंगे।
मनोविज्ञान की शाखाएँ / क्षेत्र
वर्तमान में मनोविज्ञान एक विशालकाय वट वृक्ष की भांति इतना बड़ा विषय है, कि इसके सम्पूर्ण स्वरूप को समझने के लिए हमें इसकी अलग-२ शाखाओं को समझना होता है।
बाल मनोविज्ञान
बाल मनोविज्ञान ,मनोविज्ञान की वह शाखा है जो बालक के प्रारंभिक विकास एवं व्यवहार से संबंधित अध्ययन करती है।
असामान्य मनोविज्ञान
जब एक व्यक्ति सामान्य नहीं रहता तथा असामान्य, पागल, असामाजिक या मनोरोगी जैसा व्यवहार करने लगता है तो उसका अध्ययन करना तथा मनोचिकित्सा से संबंधित मनोविज्ञान असामान्य मनोविज्ञान के अंतर्गत आता है।
सामान्य मनोविज्ञान
सामान्य परिस्थितियों में होने वाले व्यवहार का अध्ययन सामान्य मनोविज्ञान के अंतर्गत किया जाता है।
समाज मनोविज्ञान
सामाजिक परिस्थितियों में होने वाले मानव व्यवहार का अध्ययन
मानवीय दृष्टिकोण से होने वाले मानव व्यवहार का अध्ययन |
शिक्षा मनोविज्ञान
मनोविज्ञान की वह शाखा जो बालक के शैक्षिक परिवर्तनों (Educational Changes) से संबंधित है तथा शिक्षण अधिगम के व्यवहार को दर्शाती है।
किशोर मनोविज्ञान
किशोरावस्था (TeenAge) की विशेषताओं एवं व्यवहारों का अध्ययन ।
प्रौढ मनोविज्ञान
किशोरावस्था के बाद एक व्यक्ति प्रोढ़ हो जाता है, जहाँ उसका कार्य व्यवहार सोच, नजरिया, मानव मूल्य आदि में विशेष का व्यवहार देखा जाता है इसका अध्ययन प्रकार
अपराध मनोविज्ञान
एक अपराधी के व्यवहार को समझना, उस तक पहुंचना एवं उसे सही दिशा देकर अपराध की दुनिया से सामान्य बनाने का प्रयास से संबंधित अध्ययन।
औद्योगिक मनोविज्ञान
किसी उद्योग के मालिक से लेकर कर्मचारी के बीच का व्यवहार जो कि उस उद्योग की प्रगति के लिए अति महत्त्वपूर्ण होता है, का अध्ययन ।
व्यक्तिक मनोविज्ञान
व्यक्ति- व्यक्ति में पायी जाने वाली भिन्नताओं का अध्ययन ही व्यक्तिक मनोविज्ञान कहलाता है।
पशु मनोविज्ञान
वह मनोविज्ञान जहाँ पशुओं के व्यवहार को समझने का प्रयास किया जाता है।
परा मनोविज्ञान
किसी घटना, दुर्घटना एवं व्यवहार का पूर्व भाषास होना तथा अन्य प्रकार के पारलौकिक व्यवहारों का अध्ययन।